सीलिंग प्रौद्योगिकी में उच्च-प्रदर्शन धातु सामग्री: अनुप्रयोग और विकास

आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली धातु सामग्रियों में मृदु लोहा, एल्युमीनियम, तांबा, चांदी, सीसा, ऑस्टेनिटिक स्टेनलेस स्टील और निकल-आधारित मिश्रधातु जैसे मोनेल, हेस्टेलॉय और इनकोनेल शामिल हैं। विभिन्न धातु सामग्रियों का चयन मुख्यतः परिचालन दाब, तापमान और माध्यम की संक्षारक प्रकृति जैसे कारकों पर आधारित होता है। उदाहरण के लिए, निकल-आधारित मिश्रधातु 1040°C तक के तापमान को सहन कर सकती हैं और धातु के ओ-रिंग में बनने पर 280 MPa तक के दाब को सहन कर सकती हैं। मोनेल मिश्रधातु समुद्री जल, फ्लोरीन गैस, हाइड्रोक्लोरिक अम्ल, सल्फ्यूरिक अम्ल, हाइड्रोफ्लोरिक अम्ल और उनके व्युत्पन्नों में उत्कृष्ट संक्षारण प्रतिरोध प्रदर्शित करती हैं। इनकोनेल 718 अपने उत्कृष्ट ताप प्रतिरोध के लिए जाना जाता है।

धातु सामग्री को चपटे, दाँतेदार या नालीदार गैस्केट के साथ-साथ अण्डाकार, अष्टकोणीय, द्वि-शंकु वलयों और लेंस गैस्केट में भी गढ़ा जा सकता है। इन प्रकारों में आमतौर पर उच्च सीलिंग भार की आवश्यकता होती है और इनकी संपीडनशीलता और लचीलापन सीमित होता है, जिससे ये तापमान में उतार-चढ़ाव के प्रति संवेदनशील होते हैं। सीलिंग तकनीक की प्रगति के साथ, विभिन्न धातु सामग्रियों को नवीन डिज़ाइनों में संयोजित करके नए सीलिंग उत्पाद और तकनीकें भी बनाई जा सकती हैं जो समग्र सीलिंग प्रदर्शन को बेहतर बनाती हैं। इसका एक विशिष्ट उदाहरण परमाणु रिएक्टरों में प्रयुक्त सी-रिंग है।


पोस्ट करने का समय: जुलाई-19-2025