स्टेनलेस स्टील में कम से कम 10.5% क्रोमियम होता है, जो स्टील की सतह पर एक पतली, अदृश्य और अत्यधिक चिपकने वाली ऑक्साइड परत बनाता है जिसे "निष्क्रिय परत" कहा जाता है। यह निष्क्रिय परत स्टेनलेस स्टील को जंग और क्षरण के प्रति अत्यधिक प्रतिरोधी बनाती है।
जब स्टील ऑक्सीजन और नमी के संपर्क में आता है, तो स्टील में मौजूद क्रोमियम हवा में मौजूद ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया करके स्टील की सतह पर क्रोमियम ऑक्साइड की एक पतली परत बना देता है। यह क्रोमियम ऑक्साइड परत अत्यधिक सुरक्षात्मक होती है, क्योंकि यह बहुत स्थिर होती है और आसानी से नहीं टूटती। नतीजतन, यह अपने नीचे के स्टील को हवा और नमी के संपर्क में आने से प्रभावी रूप से रोकती है, जो जंग लगने की प्रक्रिया के लिए ज़रूरी हैं।
स्टेनलेस स्टील के संक्षारण प्रतिरोध के लिए निष्क्रिय परत अत्यंत महत्वपूर्ण है, और स्टील में क्रोमियम की मात्रा इसकी जंग और क्षरण से बचाव की क्षमता निर्धारित करती है। क्रोमियम की उच्च मात्रा के परिणामस्वरूप एक अधिक सुरक्षात्मक निष्क्रिय परत और बेहतर संक्षारण प्रतिरोध प्राप्त होता है। इसके अतिरिक्त, स्टील के संक्षारण प्रतिरोध को बेहतर बनाने के लिए इसमें निकेल, मोलिब्डेनम और नाइट्रोजन जैसे अन्य तत्व भी मिलाए जा सकते हैं।
पोस्ट करने का समय: 15-फ़रवरी-2023